लोकप्रिय ‘रामायण’ धारावाहिक में लक्ष्मण का रोल करने वाले अभिनेता सुनील लहरी के पिता और भोपाल के जाने माने चिकित्सक डॉ. शिखरचन्द्र लहरी अपनी पूरी जिंदगी चिकित्सा जगत को दिए और मरने के बाद भी अपना देह चिकित्सा जगत को समर्पित कर दिए. डा॰ लहरी दस साल पहले देहदान का संकल्प लिए थे और उनके निधन के बाद उनकी इच्छा क अनुसार सुनील लहरी समेत पुरे परिजनों ने उनके द्वारा लिए गए देहदान के संकल्प को पूरा किया.
अभिनेता सुनील लहरी बताते है की 82 साल की उम्र में पिताजी का निधन भोपाल के चूना भट्ठी स्थित सोम्या विहार कालोनी में हो गया. तब उनकी ईच्छा मुताबिक पहले तो नेत्र दान के लिए भोपाल के सेवा सदन अस्पताल से संपर्क किया गया और उसके बाद भोपाल के कोलार क्षेत्र के जेके मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक साइंस के डायरेक्टर डॉ. डीके सत्पथी से संपर्क किया गया . शाम लगभग छह बजे डॉ. सत्पथी उनुका निवास पर आये और कानूनी औपचारिकता पूरी करके उनका पार्थिव शरीर अपने साथ ले गए.
सुनील लहरी कहते है उनके दादा भगवानदास लहरी आजीवन समाज सेवा से जुड़े रहे और पिताजी को उनसे प्रेरणा मिले थी. अब डॉ. लहरी के नाम पर एक ट्रस्ट बनवाया जायेगा जिसमे गरीब विद्यार्थियों को मेडिकल पढ़ाई के लिए साठ हजार रुपए तक की मदद दी जाएगी. साथ ही एक और भव्य चिकित्सालय बनवाया जायेगा. सुनील यह बताते है कि डॉ. लहरी ने एक दिन में 300 आपरेशन का रिकार्ड बनाया था और भोपाल गैस कांड के हजारो पीड़ितों का इलाज किया था.
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