Wednesday, 18 April 2012

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पहला बिहार भक्ति गीत . (२००३ में अरविंद पाण्डेय द्वारा रचित..



इस गीत का सर्वाधिकार कापी राइट सभी १० करोड बिहारियों का है..आप सभी इसे शेअर करें ,, प्रकाशित करें..)
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जहां हर दिल में है प्यार भरा .
भारत माँ का जो दुलारा.
अपना बिहार वो प्यारा.

जहां कण कण पर है लिखा हुआ
विजयी इतिहास हमारा
अपना बिहार वो प्यारा.


जहां गंगा गंडक बागमती की
लहरें गीत सुनाएं
जहा मिथिला कोशी के किसान
सोने सा अन्न उगाएं.

जहां विद्यापति के गीतों की
बहती रसवंती धारा .
अपना बिहार वो प्यारा.


जहां हिन्दू मुस्लिम सिक्ख इसाई.
मिलकर जश्न मनाते.
जहां बैसाखी बकरीद ईद
होली में सब इठलाते.

जहां हर मजहब की इज्ज़त का
परचम लहराए न्यारा.
अपना बिहार वो प्यारा.


जहां रश्मिरथी उर्वशी लिए
फिरते दिनकर के दीवाने.
जहां शाद अजीमाबादी की
गज़लें गाते परवाने.

जहां भोजपुरी अंगिका मैथिली
का है रंग निराला.
अपना बिहार वो प्यारा.


जब यूनानी सेल्यूकस ऩे
दोस्ती का हाथ बढ़ाया
तब चन्द्रगुप्त ऩे उनकी बेटी
हेलेन को अपनाया.

तब दुनिया भर में छाया था
केसरिया रंग हमारा.
अपना बिहार वो प्यारा.


जहां पटना साहिब में अपने
गोविन्द सिंह जी खेले.
जहां वीर कुंवर की धरती पर
लगते अलबेले मेले.

जहां अंगराज के दान की चर्चा
करता है जग सारा.
अपना बिहार वो प्यारा.


जहां फुलवारी में हज़रत बदरुद्दीन
करम फरमाएं
जहां सभी ज़ात और सभी कौम
माँगी मुराद पा जाए .

जहां हज़रत मखदूम सरफुल की
रहमत है सबका सहारा.
अपना बिहार वो प्यारा.


जहां सुलभ ऩे है साकार किया
गांधी जी का वो सपना.
हर शोषित को सम्मान मिले
हर भंगी मुक्त हो अपना.

जिस धरती से ही गूँज उठा
सामाजिक न्याय का नारा.
अपना बिहार वो प्यारा.

जहां कण कण पर है लिखा हुआ
विजयी इतिहास हमारा
अपना बिहार वो प्यारा.
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यह एल्बम वीनस ने २००३ में रिलीज़ किया था ..

Tuesday, 17 April 2012

गौरवशाली अतीत लहलहात वर्तमान – रवि किशन


बिहार शताब्दी समारोह का मौका पर रविकिशन सगरी बिहार के बधाई देत कहलन कि रउरा सभे बधाई के पात्र बानी कि बिहार में जनमलीं जवना के अतीत गौरवशाली रहल आ आजु वर्तमानो लहलहात बा. कहलन कि बिहार के गौरवशाली अतीत का बारे में कुछ कहला क जरूरत नइखे काहे कि ओकरा बारे में त हमनी का इतिहास का किताब में पढ़त आइल बानी जा. आ आजु बिहार के वर्तमान अनेके राज्यन खातिर उदाहरण के बाति बन गइल बा.

अपना बारे में बतावत रवि किशन कहलन कि पिछला दस साल में जतना बेर अपना गांवे जौनपुर नइखीं गइल ओहले बेसी त बिहार गइल बानी. रविकिशन के पहिला भोजपुरी फिल्म “सैयां हमार” क शूटिंग बिहारे में भइल रहे. बिहार के हर जिला घूम चुकल बाड़े रविकिशन आ एह दौरान देखलन कि दस साल के पहिले के बिहार आ आजु का बिहार में बहुते बदलाव आइल बा. नीतीश बाबू का बदौलत बिहार आजु मुसुकात लउकत बा. रवि किशन ऊ दिन याद कइलन जब आजु से चार साल पहिले पहिला बेर सरकारी तौर पर “बिहार दिवस” मनावल गइल रहे आ ओह मंच पर रवि किशन मौजूद रहलन.

रवि किशन का शब्दन में कहीं त बिहार दुनिया के ज्ञान बँटलसि, सभ्यता सिखवलसि, लोकतंत्र के सिद्धांत दिहलसि आ बिहारे शासन कइल सिखवलसि. जय बिहारी, जय बिहार !



Monday, 16 April 2012

भोजपुरिया शहंशाह रवि किशन के दस साल - फिल्मी सफरनामा








साल १९६२ में पटना में जब पहिलका भोजपुरी फिलिम "गंगा मईया तोहके पियरी चढ़इबो" के मुहूर्त भइल रहे तब केहू ना सोचले रहुवे कि एक दिन उ छोटा पौधा बड़हन वट वृक्ष बन जाई जेकरा छाँव में लाखों लोग आपन परिवार चलाई. साल १९६२ से २००१ ले भोजपुरी फिल्मन के बने के दौरा जारी रहल। ओ दौर में बहुते निमन-निमन पारिवारिक फिल्म  बनत गइल बाकिर दू हाली अइसन भइल जब फिल्मिन के बने में खालीपन आ गइल रहे। ओ समय बीच बीच में जरूर कुछ इक्का दुक्का फिल्म आपन मौजूदगी दर्ज करावत रहे। 


अप्रैल २००२ महीना में पहल भोजपुरी फिल्म बनावे वाला "विश्वनाथ शाहाबादी" के भगीना "मोहनजी प्रसाद" हिन्दी फिल्मिन में निमन ब्रेक खोजे के जुगाड़ में एक जौनपुरिया छोरा रवि किशन के अपना फिलिम "सैयां हमार" खातिर साइन कइले और इहे फिल्म से भोजपुरी सिनेमा के तिसरा दौर के शुरुआत भइल और स्वर्ण युग बन गइल। भोजपुरी सिनेमा खातिर. कुछे के लाख में बनल ई फिल्म बहुते बढ़िया बिजनेस कइलख और एहीजा उदय भइल एक नया सितारा "रवि किशन" के आउरी शुरू भइल एगो नया दौर जवन अभी तक जारी बा। "मोहन जी प्रसाद" और "रवि किशन" के जोड़ी लगातार चार गो हिट फिलिम देके भोजपुरी सिनेमा के दिशा बदल दिहलख। ओकरा बाद जइसे कि बाढ़ ही आ गइल। अनेको निर्माता निर्देशक भोजपुरी फिल्म जगत के ओर रुख कर लिहलन। आज अगर हर साल पचासो से अधिक भोजपुरी फिल्म बनत बा त एकर श्रेय जौनपुरिया छोरा रविओ किशन के जात बा।


१७ जुलाई १९७१ के जौनपुर के केराकत तहसील के एगो छोटहन गाँव विसुई के पंडित श्याम नारायण शुक्ला आ ज़डावती देवी का घरे गूजल किलकारी रहे रविन्द्र नाथ शुक्ला के जौन आज के रवि किशन बाड़े। बचपने से ही कलाकारी प्रवृति के रवि किशन के मन पढाई-लिखाई में कम नाचे और अभिनय करे में अधिक लागत रहे। मासूम सूरत वाला रवि तब हर साल अपना गाँव में होखे वाला रामलीला में शामिल होखे लगले और उहो सीता मईया के रोल में.... मतारी के डांट आ बाबूजी के पिटाई भी रवि किशन के ई अभिनय मोह ना छोड़ा पवलख और आखिर में साल १९९० में उ मुंबई आ गइलन। ओ समय मुंबई के बांद्रा के बाज़ार रोड में दूध के एक छोट दुकान होखत रहे। रवि किशन दुकान सम्हारस और खाली समय में फिल्म स्टूडियो के चक्कर लगावल जारी रखलन।


संघर्ष यात्रा


आज का दौर में कवनो गँवई कलाकार के ओतना संघर्ष ना करे पड़ेला काहे कि अब छोटको परदा हाजिर बा मौका देवे खातिर । बाकिर तब एक मात्र माध्यम सिनेमाँ ही रहे, जुनूनी रवि किशन हिम्मत ना हारले। एह स्टूडियो से ओह स्टूडियो के चक्कर लगावत रहस। रवि किशन जवने निर्माता निर्देशक से मिलस ऊ इहे कहे कि तू मिथुन दा के डुप्लीकेट लागत बाड़ऽ। आखिरकार मेहनत रंग लगवलसि आ उधार के जिनिगी में उनुका पहिला मौका मिलल जीतेंद्र का साथ। एह फिल्म में काजोल मुख्य अभिनेत्री रहली। रवि किशन के पहला शोट जीतेंद्रे का साथ रहे।. डरल-सहमल बाकिर कुछ कर देखावे के तमन्ना रखले रवि आपन पहला शॉट दिहलन। जीतेन्द्र उनकर तारीफ कइलें त रविकिशन के कुछ हौसला बढ़ल, फेर रवि किशन के टुकुर टाकुर काम मिले लागल बाकिर अपना भूमिका से ऊ खुश ना रहले। दस साल ले रवि किशन बढ़िया किरदार खातिर आपन संघर्ष जारी रखलन साल २००० में उनुका छोट परदा पर "जिंदगी मिलके बीतायेंगे", "हवाएं" और "हेल्लो इन्स्पेक्टर" धारावाहिक में काम करे के मौका मिलल ए धारावाहिक से उनकर आमदनी त बढ़ गइल बाकिर बड़का परदा पर आये के ललक कायम रहल।


भोजपुरी के सफ़र


एक शूटिंग में रवि किशन के भेंट चरित्र अभिनेता बृजेश त्रिपाठी से भइल। बृजेश त्रिपाठी अनेके हिंदी और भोजपुरी फिल्मिन में काम कर चुकल रहले और भोजपुरी परिवेश के अनेके हिंदी फिल्म बना चुकल निर्देशक मोहन जी प्रसाद के बहुते करीबी रहले। मोहन जी प्रसाद तब एक भोजपुरी फिलिम के योजना बनावत रहले और हीरो के तलाश में रहलें. एह तलाश के जिम्मेदारी ऊ बृजेश त्रिपाठी के लगवले रहले। बृजेश जब रवि किशन से ओह फिलिम में काम करे के प्रस्ताव रखले तब रविकिशन तुरत हामी भर देहले और ओही रात ११ बजे दुनु लोग मोहन जी प्रसाद के बांद्रा आवास पहुचले. मोहन जी रवि किशन के देखते सगुन के एगारह हजार रुपिया दिहलें. फिलिम के शूटिंग बिहार में भइल और फिलिम हिट ना सुपर-हिट भइल। ए फिल्म में मिथुन दा मेहमान भूमिका में रहले। एह फिल्म क बाद मोहन जी प्रसाद लगातार चार गो फिलिम रवि किशन के साथे बनवले और  चारो हिट रहल, उनुकर चउथा फिल्म रहे "पंडित जी बताईं ना बियाह कब होई" जेमे में रवि किशन के नायिका नगमा रहली। ई फिल्म सफलता के इतिहास रच दिहलख फेर त अनेके निर्माता-निर्देशक भोजपुरी सिनेमा का ओर देखे लगलन। मुंबई में मजदूरन के भाषा कहाए वाली भोजपुरी के सम्मान दिलावे खातिर रवि किशन बहुत मेहनत कइलन। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन होखस और चाहे शाहरुख खान, रवि किशन सगरी बड़का सितारन के कवनो ना कवनो माध्यम से भोजपुरी से जोड़लें। अमिताभ बच्चन त भोजपुरी फिल्म में पहिले भी काम कइले रहलन जबकि शाहरुख़ खान दू बेर रवि किशन के फिल्म के कार्यक्रम में आके भोजपुरी के मीडिया में जगहा दिअवले। ओह घरी हिंदी के पत्र पत्रिका भी भोजपुरी से मूह फेरले रहे। रवि किशन अखबार के दफ्तर में जा-जा के भोजपुरी के जम के वकालत कइले, टीवी चैनलों पर भोजपुरी के प्रमुखता मिले लागल और आज पब्लिसिटी का मामला में भोजपुरी कवनो भाषाई फिलिमन से कम नइखे। भोजपुरी सिनेमा के इतिहास दू बेर अइसन दौर आइल रहे जब फिल्म बनल बंद हो गइल रहे। रवि किशन के एकर एहसास रहे एह से ऊ कवनो मौका ना चूकलें। रहल सहल कमी भोजपुरी के गायकन के अभिनय में उतरला से पूरा हो गइल. रवि किशन के अनेक फिल्मन  के शूटिंग विदेशन में भइल। उदित नारायण के रवि किशन अभिनीत फिल्म "कब होई गवना हमार"  राष्ट्रीय पुरस्कारो से सम्मानित कइल गइल। भोजपुरी के लोकप्रियता देखत भोजपुरी फिल्म अवार्डो के शुरुआत हो गइल।


बड़ी कंपनियों को ले आवे के श्रेय


रवि किशन अनेक बड़की कंपनियों के भोजपुरी में ले अइलें। इंडो अमेरिकन कंपनी, पन फिल्म्स होखो, भारत के महिंद्रा एंड महिंदा, दक्खिन भारत के अल्टुरा फिल्म्स. सबमें रविकिशन मौजूद रहले। पन फिल्म्स के पहिला फिल्म "जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में" के प्रतिष्ठित कांस फिल्म समारोह में इन्डियन फिल्म पवेलियन में प्रदर्शित करे के मौका भी मिलल। महिंद्रा एंड महिंदा रवि किशन का साथे एगो बड़हन बजट के फिल्म "हम बाहुबली" बनवलख। दिलीप कुमार जब फिल्म बनावल शुरू कइलन त रवि किशन के साथ फिल्म बनवले। फिलहाल तेलगु के सबसे बड़की कंपनी ए.के. इंटरटेनमेंट और १४ रील फिल्म्स के सहयोगी कंपनी अल्टुरा फिल्म्स रवि किशन का साथे "रणवीर" बनावत ब। रवि किशन अनेके कोर्पोरेट कंपनियन के अपना ओर खींचलन और ए अवधारणा के जन्म दिहलन कि ऊ हिंदी के कवनो बड़का स्टार से कम नइखन तबहिये त डाबर, थम्स अप, निहार तेल समेत २२ गो बड़की कंपनी उनुका के बिहार अउर उत्तर प्रदेश में आपन ब्रांड अम्बेसडर बनवले बाटे।


अवार्ड और सम्मान


सिनेमा भोजपुरी में एवार्ड के बात आवे त रवि किशन का सामने दूर दूर ले केहू ना टिके. भोजपुरी सिनेमा के अभी तक कुल नौ अवार्ड समारोह भइल बा जवना में छह बेर नंबर वन के खिताब रवि किशन का नामे रहल। एकरा अलावे ऊ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित समेत अनेके सम्मानीत लोगन से पुरस्कृत भइल बाड़े।


हिंदी में भोजपुरिया चेहरा


हाल ही में हिंदी फिल्म "एजेंट विनोद" के समीक्षा में एगो बड़का समीक्षक लिखलन कि रवि किशन भलही हिंदी सिनेमा में भोजपुरिया चेहरा कहल जालें बाकिर इहो साँच बा कि आजु ऊ हिंदी के बड़की फिलिमन के जरूरी हिस्सा बन गइल बाड़न। हिंदी के दिग्गज अपना फिलिमन में रवि किशन खातिर रोल लिखवावे लागल बाड़े। रवि किशन मणिरत्नम के "रावन"  सोहम शाह के "लक" में रवि किशन अपना अभिनय से सभकर दिल जीतले बाड़े। आज उनका लगे नाहियो त एक दर्जन से अधिक हिंदी फिलिम बाटे जेमें विक्रम भट्ट क "डेंजरस इश्क", विनोद बच्चन के "जिला गाज़ियाबाद", "इशक", "जीना है तो ठोक डाल", और अष्टविनायक के दू गो अनाम फिलिम शामिल बाटे। मौजूदो दौर में रवि किशन बढ़िया फिल्मकारन के पहिला पसंद बाड़े। दयाल निहलानी जइसन निर्देशक के पहिला भोजपुरी फिल्म होखो चाहे दक्खिन के बड़का निर्माता के पहिला भोजपुरी फिल्म "रणवीर" सबमें रविकिशन शामिल बाड़े। रवि किशन का लगे भोजपुरी फिलिमन के लंबा कतार मौजूद बा. बिना कवनो ब्रेक लगातार शूटिंग करत रहे वाला रवि किशन सिर्फ भोजपुरीए आ हिंदी ना, बल्कि मराठी, बंगला और दक्खिन भारतीय फिल्मो में काम करत बाड़े। कवनो भोजपुरी अभिनेता खातिर ई बड़का उपलब्धि मानल जाई कि एक हिंदी फिल्म में उनुकर छोटहन रोलो देखि के आमिर खान आ शाहरुख खान जइसन अभिनेता उनुका के बधाई दिहलें। दिलीप कुमार से लिहले आज के सगरी बड़का सितारन का साथे काम कर चुकल रविकिशन जल्दिये आमिर खान के एगो होम प्रोडक्शन फिलिमो में नजर आवे वाला बाड़न।


कुल मिला के इहे कहल जा सकेला कि रवि किशन अपना अभिनय के लोहा त मनववलही बाड़े बल्कि उनका कोशिश से आज भोजपुरीओ सिनेमा के दायरा बिहार, यूपी के लाँघत विदेसन तक पसर गइल बा।


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रवि कश्यप के "नसीब" में संभावना








रवि कश्यप के नसीब कइसनो होखे बाकिर लड़िकियन का मामला में अभी तक उ फिसड्डी ही साबित भइल बाड़े लेकिन लागऽता कि अब रवि कश्यप के नसीब अंगडाईयाँ लेत बा और ली भी काहे ना जब "नसीब" में आइटम के जगेह पर आईटम बम दाखिल हो जाइ, त इ मामला त जमही के बा।


"नसीब" में ई आइटम बम बन के आइल बाड़ी संभावना सेठ अब एह से नसीब कहे ना बदली और जब संभावना बाड़ी तब दिल के मरीजन के परखच्चा त उड़ही क बा। बाकिर सवाल ई बा कि खुद रवि कश्यप एह बम के सम्हरिहें कइसे ? चुलबुल पांडे के राजाजी बनाके लाइम लाईट में ले आवे के कारनामा कर देखावेवाला रवि कश्यप के दिल वइसे त बहुते मजबूत बतावल जाला अब देखे के बा कि कद्रदानन के दिल हड़पे खातिर ए आइटम गर्ल के जुगाड़ करे वाला रवि कश्यप खुद एह "अटैक" से कइसे निबटत बाड़न ?


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नीतीश कुमार देखलन "बिदेसिया" के प्रीमीयर




यशी फिल्मस् प्रा. लि. और महुआ मीडिया प्रा.लि. के बैनर तले बनी श्रमपलायन पर आधारित फिल्म "बिदेसिया" का प्रीमियर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के मोना सिनेमा हॉल मेंकिया इस मौके पर उनके साथ बिहार के मानव संसाधन मंत्री पी. के शाही, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक, आ राज्य सभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह थे। मुख्यमंत्री ने पूरी फिल्म देखी और फिल्म की सफलता के लिए शुभकामना भी दी।
नीतीश कुमार जी ने  निरहुआ, पाखी और छवि पाण्डेय के बेहतरीन अदाकारी की तारीफ करी। प्रीमीयर शो के दौरान फिल्म के नायक दिनेशलाल यादव "निरहुआ", नायिका पाखी हेगड़े और छवि पाण्डेय, निर्माता अभय सिन्हा, निर्देशक रंजन सिंह, महुआ के पंकज तिवारी, राणा यशवंत, पी. आर. ओ. प्रशांत निशांत और महुआ मीडिया के सी.एम.डी. पी. के तिवारी भी  मौजूद थे।

"बिदेसिया" बिहार और मुंबई के 80 से अधिक सिनेमाघरों में शानदार व्यवसाय कर रही है।

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बिग बी खातिर धुन बनावल सपना साँच होखे जइसन बा - मधुकर आनंद


एक संगीत शिक्षक से कामयाब संगीत निर्देशक बने मधुकर आनंद अपना कैरियर में वैसे अनेके उपलब्धि हासिल कइले होखीहें बाकिर फिल्म "गंगादेवी" में बिग बी खातिर बनावल अपना धुन के मधुकर आनंद आपन श्रेष्ठतम उपलब्धि मानेलें मधुकर आनंद के संगीत से सजल "गंगादेवी" में हर मिजाज़ आ अंदाज़ के गाना बा, एमें दू गो गाना परदा पर अमिताभ बच्चन गावत नजर अइहें, ए गाना के धुन के प्रशंसा खुद अमिताभ बच्चन जी भी कइलें खासकर के होली वाला गाना के जवना में मधुकर आनंद ठेठ भोजपुरिया अंदाज़ डलले बाड़े ओह गाना के त बिग बी मुरीद हो गइलन। बतौर संगीतकार मधुकर आनंद के जलवा एह घरी अपना शबाब पर बा. बाकिर मधुकर आनंद बिग बी पर फिल्मावल अपना दोनों गाना के हकीकत में बदलल आपन सपना मानतरे।


सी॰पी॰भट्ट बनले औरत


हर तरह के किरदार सहपूर्वक निभा लेवे वाला अभिनेता सी० पी० भट्ट के अगर शगुनिया कहल जाई टी उ गलत ना होइ कहे कि अभीले उ जेतना भी फिल्म में काम कइले बाड़े, सभे बॉक्स ऑफिस पर सफल रहल बा जइसे कि "कहाँ जइबा राजा नजरिया लड़ाई के", "भईया के साली ओढ़निया वाली", "साजन चले ससुराल", "रंगबाज़" आदि। ए साल उनकर अनेक फिल्म रिलीज होखे वाला बा, जवनन के सफल होखे के पूरा उम्मीद बा काहे कि फिल्म के तकनीकि पक्ष बहुते मजबूत बा।

सी॰पी॰भट्ट "ए॰एस॰सी॰ डिजिटल प्रा॰लि॰" के बैनर में शिवराम यादव निर्देशित फिल्म "कालिया" के एक सीन में दबंग औरत के किरदार करत नजर अइहें हालांकि ए फिल्म में उनकर हीरोइन चर्चित आईटम डांसर अलीशा बाड़ी जिनका साथे प्यार, रोमांस करत आ गीत गावत नज़र अइहें सीपी. एह फिल्म का हर सीन में सी०पी० भट्ट अलग-अलग रूप धइले बाड़े आ हद त तब हो गइल जब एगो सीन में ऊ कोठावाली दबंग बाईजी के रूप धइले।

सी॰पी॰भट्ट के आवे वाली फिलिमन में घात, प्यार हो जाला, धनिया के थाना, अँधा कानून, काली, यादव पान भंडार, मेहरारू जिंदाबाद, इ है मुंबई नगरिया तू देख बबुआ के अलावा दू गो हि्दीओ फिलिम बाड़ी स "वी लव मुंबई" आ "मुखौटा (द सोल)"।



गोला बारूद के प्रोमोशनल सोंग में अंजना सिंह



भोजपुरी सिनेमा की हॉट केक बन गई अंजना सिंह, मशहूर अभिनेता बृजेश त्रिपाठी, सिरमौर खलनायक अवधेश मिश्रा और कॉमेडी किंग मनोज टाइगर पर पिछले दिनों मुंबई के रशियन विला में ग्रीन चिल्ली फिल्म्स एंड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की फिल्म गोला बारूद के प्रोमोशनल सोंग "पीछा करके हमार लोगवा चुम्मा माँगऽ ता" की शूटिंग हुयी। प्रसिद्ध वितरक प्रदीप सिंह, पी.जे फिल्म्स एंड म्यूजिक के हरीश जायसवाल ने बताया कि अंजना सिंह पर प्रोमो फिल्माने का मकसद इस फिल्म के स्तर को उठाना था। 

चोटिल भइलन विजय वर्मा



भोजपुरी इंडस्ट्री में रोजे नया-नया नाम जुड़त बा। जहाँ कुछ लोग एकाध गो छोट-मोट रोल पाके फिल्मी पत्र-पत्रिकन के शोभा बनत बाड़े ओहिजा  दोसरा ओर कुछ अइसनो लोग बा जे सिनेमा भोजपुरी में बढ़िया काम कइला का बाद भी चर्चा से दूर रहेला अइसने एगो नाम बा विजय वर्मा के जे अबले छह गो हिट फिलिमन में काम कर चुकल बाड़े। विजय वर्मा पिछला दिने फिल्म "धड़केला तोहरे नावें करेजवा" के शूटिंग में एगो खतरनाक स्टंट सीन करत बहुते जख्मी हो गइलन काहे कि ऊ आपन स्टंट सीन खुदे करेले। आदि शक्ति इंटरटेनमेंट के बैनर तले और दिनेश यादव का निर्देशन में बनत ए फिल्म के एगो शॉट में घोड़ा से हवा में जम्प लगावत विजय वर्मा आपन बैलेंस बरकरार ना रख पवले और चोटिल हो गइले। ए से सगरी यूनिट में हड़कंप मच गइल फिल्म में एह फिल्म में विजय वर्मा के साथे रानी चटर्जी.बाड़ी। विजय वर्मा से जब पूछल गइल कि ए दुर्घटना के चर्चा मीडिया में ना आइल त विजय वर्मा बहुत मासूमियत से कहले कि उनका के अपना काम पर भरोसा बा.. विजय कहलन कि जब उनुका काम के दर्शक सरहीहें तबे उनुकर विजय नाम सार्थक होखी।


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छत्तीसगढ़ी अभिनेत्री रीमा सिंह भोजपुरी सिनेमा में अइली



भोजपुरी सिनेमा के पचास साल के सुनहरे दौर का खिंचाव चारो ओर फैलने लगा है और शायद इसी के चलते भोजपुरी सिने में हर भाषा के कलाकर आने लगे हैं, छत्तीसगढ़ी फिल्मो की  चर्चित अभिनेता और पेशे से एडिशनल एस०पी० रह चुके शशिमोहन सिंह, तीन दर्जन से अधिक छत्तीसगढ़ी फिल्मो के अभिनेता रजनीश झांजी के बाद अब वहां की चर्चित अभिनेत्री रीमा सिंह ने  भोजपुरी सिनेमा में शुरुवात की है।
निर्माता राकी दासानी और प्रकाश अवस्थी के सतीश जैन निर्देशित छतीसगढ़ी फिल्म मया से अपने कैरियर के शुरुआत करने वाली रीमा सिंह लगभग एक दर्जन फिल्मो में नायिका रह चुकी हैं जिसमे सजना मोर, भोला और शंकर, राम बनाही जोड़ी, दिल परदेशी होगे रे, सलाम छत्तीसगढ़ और मोहिनी वगैरह हिट फिल्मे हैं।


 राजीव दास निर्देशित उनकी फिल्म "छैलाबाबू तू कईसन दिलदार बाड़ऽ हो" पिछले साल रिलीज हुई थी जिसमे उन्होंने गाँव के नटखट चुलबुली लड़िकी के किरदार किया था। अब एक लम्बे अन्तराल के बाद रीमा सिंह निर्माता अजेश मिश्रा और निर्देशक कौशल किशोर के फिल्म "जख्मी औरत" से भोजपुरी परदा पर फिर सक्रिय हो गइ हैं ,उनकी कई फिल्मो की शूटिंग जल्दि शुरू होने वाली है।


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चोकलेटी स्टार से बन गइलन ही-मैन







भोजपुरी के मशहूर गायक और सुपर स्टार पवन सिंह का नाम आते ही सुनने वाले के जेहन में एक मासूम चेहरा उग आता है जो अभिनेत्रियों से इश्क फरमाता है और जरुरत पड़ने पर गुंडों को सबक सिखाता है अब वही पवन सिंह अपने मासूमियत के साथ-साथ एक नये रूप में परदे पर अवतरित होगा और ये छवि होगी सनी देओल की फिल्मो में अब पवन सिंह इसी ही-मैन अंदाज में अपने मजबूत हाथों से दुश्मन के छक्के छुड़ाते नजर आयेंगे।पवन सिंह शुरू से ही अपने को सन्नी का फैन कहते हैं।


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मराठी बाला रैना गेडाम का भोजपुरिया प्रेम





सिनेमा के रुपहले परदे पर अपने को देखने का सपना हर कलाकार अपने बचपन से संजोता है। नागपुर, महाराष्ट्र की मराठी बाला रैना गेडाम पांच साल की उम्र में स्कूल फंक्शन में पुरस्कार जीतने के  बाद से अभिनय में मन लगा लिया और उसके बाद से हमेशा स्कूल से कालेज तक कभी प्रथम तो कभी द्वितीय पुरस्कार जीतने लगी। इन सबसे उन्हें फिल्मो में अभिनय करने की लालसा जाग गयी। रैना गेडाम ने "न्यू टैलेंट्स ग्रुप" के निर्देशक योगेश सोमन और निर्देशक देवदत्त का साथ दो साल तक थिएटर किया उसके बाद अनिल पुणेकर निर्देशित मराठी फिल्म सूर्योदय से अपने फ़िल्मी कैरियर की  शुरुआत करी। उन्होंने आदिल खान निर्देशित बेड़िया नाम के हिंदी कला फिल्मो में भी अभिनय किया। नृत्य को अपनी पहली पसन्द बताने वाली नृत्यांगना और अदाकारा रैना गेडाम ने अनेको मराठी और हिंदी फिल्मो में काम करने के बाद अब भोजपुरी सिनेमा में सक्रिय होने का फैसला किया है। उनकी पहिला भोजपुरी फिल्म "लड़ाईला अंखिया इ लौड़े राजा" थी और आगे आने वाली फिल्मो में "दिल ले गईल ओढनिया वाली", "पाखंडी", "बाडीगार्ड हमार" और "पूर्वांचल का डाँन" शामिल है।


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कइनी जिनीगिया तोहरे नाम के मुहूर्त भइल


पिछले दिनों बिहार विकास ट्रस्ट के सहयोग से अनुराग मूवी के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म कइनी जिनीगिया तोहरे नाम का मुहूर्त राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री प्रो0 भीम सिंह और विधायक अरूण मांझी द्वारा नारियल फोड़ के पाटलीपुत्रा स्थित घर-आंगन में किया गया।

इस मौके पर फिल्म के नायक पंकज केसरी, नायिका अक्षरा सिंह समेत पूनम तिवारी, आनन्द मोहन, सुजीत श्रीवास्तव, मंगल कुशवाहा, श्याम बाबरा, रोनित शर्मा और फिल्म के निर्माता निर्देशक रंजीत महापात्रा मौजूद थे। फिल्म के संगीतकार राजेश-रजनीश, गीतकार पप्पू मिश्रा, सह निर्देशक चन्दन सिंह, राजीव सान्या, नृत्य निर्देशक ऋषभ राठौर, सह निर्माता निशान्त हैं। फिल्म की शूटिंग मई महीने से बिहार में होगी।


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रानी अगर आप चोरी के ड्रेस पहनी हैं तो ये गलत बात है।





भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री सपना सप्पू को उनकी बेबाक अदा के लिए जाना जाता है। जो मन में रहता है वो सीधे मुंह पर बोल देती हैं। ऐसा एक बयान उन्होंने फेसबुक पर दिया है, जिससे भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में हंगामा मचा दिया है। 16 साल पहले धर्मेंद्र और मिथुन चक्रवर्ती जैसे सुपरस्टारों के साथ करियर की शुरूआत करने वाली सपना ने एक फिल्म श्रीमती चुलबुली पांडे के लिए ( अब विनय भईया कईलस कमाल ) अपने पैसे से ड्रेस डिजाइन करवाया था, जो शूटिंग के दौरान चोरी हो गया था। लेकिन वही ड्रेस रानी चटर्जी ' मुन्नी बदनाम भईल सईंया तोहरे खातिर ' के मुहुरत पर पहनी नजर आईं। संजय ने ये भी लिखा है कि आश्चर्य की बात ये है कि भोजपुरी फिल्मों की नंबर एक अदाकारा रानी चटर्जी ने आखिर कैसे किसी दूसरी अभिनेत्री का उतरन पहन लिया। इस पोस्ट पर कई फिल्मी कलाकारों के अलावा अभिनेत्री सपना ने भी कमेंट किया है। सपना ने लिखा है कि वैसे तो मेरी उतरन बहुत सी आइटम गर्ल पहन चुकी हैं तो इस बेचारी ( रानी चटर्जी ) का क्या कसूर? गलती से इसे किसी ने बेवकूफ बना दिया होगा। ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि रानी अगर आप चोरी के ड्रेस पहनी हैं तो ये गलत बात है।
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Saturday, 14 April 2012

विनय आनंद चढ़लन आटो रिक्शा में






पिछला दिने भोजपुरी सुपर स्टार विनय आनंद अपना पत्नी का साथे मुंबई में आटो रिक्शा से चल दिहलन जुहू से चौपाटी खातिर. देखते लोग के भीड़ जुट गइल आ रिक्शा वाला हरान रहि गइल रहे सुपर स्टार विनय आनन्द के अपना रिक्शा में बइठा के. काहे कि ऊ विनय आनन्द के जबरदस्त फैन रहुवे. आ विनय आनन्द के कई गो फिलिम देखले रहुवे. जब विनय आनन्द ओकरा से भोजपुरी में बतियावल शुरू कइलन त ऊ कहलसि कि राउर चेहरा त विनय आनन्द जइसन लागत बा. विनय आनन्द हँसे लगलन आ कहलन कि हँ ढेरे लोग कहेला कि हमार चेहरा विनय आनन्द से मिलेला. बाकिर उनुकर पत्नी राज खोल दिहली आ बता दिहली कि हँ इहे विनय आनन्द हउवें. ओकरा बाद त रिक्शा वाला खुशी से पागल हो उठल आ भाड़ा लेबे के तइयार ना भइल. विनय आनन्द केहु तरह ओकरा के जबरिया भाड़ा दिहलन.


विनय आनन्द कहलन कि बहुते मँहगो सवारी में सफर कइले बाड़न बाकिर जवन आनन्द उनुका आटो का सवारी में मिलल तवन वाकई मजेदार रहल. कहलन कि पन्द्रह साल बाद आटो में बइठे के मौका मिलल रहे ओह दिन.
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