Friday, 18 May 2012

मानसून सत्र में भोजपुरी को संवैधानि दर्जा पर निर्णय - पी. चिदम्बरम




नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने गुरुवार को लोकसभा में भोजपुरी बोलकर सभी को हैरान कर दिया. हमेश इंग्लिश भाषा में ही अपनी बात रखने वाले चिदम्बरम ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के मुद्दे पर अपनी बात इसी भाषा में रखी. गृहमंत्री चिदम्बरम ने कहा, हम सबके भावना समझत बानी (हम सभी की भावना समझ रहे हैं). उनके इतना कहने पर एकबारगी को सदन के सदस्य अचम्भित रह गए, लेकिन तुरंत मेजें थपथपाकर उनकी सराहना की. सदन की अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी चिदम्बरम की तारीफ की, जो स्वयं बिहार से हैं.

कुमार ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जिस चिदम्बरम को उन्होंने कभी हिन्दी में बोलते हुए भी नहीं सुना, वह सदन को भोजपुरी में सम्बोधित कर रहे हैं. चिदम्बर लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे, जिसमें भोजपुरी को बिहार की मूल भाषा के रूप में संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने और इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा देने पर बल दिया गया है. चिदम्बरम ने सदन से वादा किया कि भोजपुरी को मान्यता दिलाने से सम्बंधित प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। इस सम्बंध में दो समितियों की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। चिदम्बरम ने सदन से वादा किया कि इससे सम्बंधित प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। इस सम्बंध में दो समितियों की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है. रिपोर्ट मिलने के तुरंत बाद इस दिशा में निर्णय लिए जाएंगे.

श्री सीताकांत मोहपात्रा के नेतृत्व में गृह मंत्रालय द्वारा गठित कमिटी की रिपोर्ट तो खुद उनके मंत्रालय में ही मौजूद है और दूसरी संघ लोक सेवा आयोग द्वारा गठित प्रोफ़ेसर आन्दन कृष्णन के नेतृत्व वाली हाई लेबल स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट जो भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में संघ द्वारा 12 मार्च 2012 को भेजी गयी थी. इसकी जानकारी सुचना के अधिकार 2005 के तहत मेरे द्वारा मांगी गयी सूचना पर कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी है.

गैर सरकारी संथा पूर्वांचल एकता मंच के पहल पर  महाराजगंज (सिवान) के संसद उमाशंकर सिंह इस मुद्दे को  ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत सदन में पुरे सपोर्टिंग दस्तवेज के साथ अपनी बात रखी और कांग्रेस के जगदम्बिका पाल और समाजवादी पार्टी के शैलेश कुमार ने भी अपने भाषण में भोजपुरी को ८वी में शामिल करने की मांग को पुरजोर दंग से उठाई. आज कुछ देर के लिए सदन भोजपुरी मय हो गया था. 
iss अवसर पर पूर्वांचल एकता मंच के अध्यक्ष शिवजी सिंह, संयोजक मुकेश सिंह, कोषाध्यक अमरेन्द्र सिंह, महासचिव संतोष पटेल, लीगल एड्विसर विशाल सिन्हा और उपाध्यक्ष पीएन यादव पूरी कार्यवाही के समय मोजूद थे. सभी में हर्ष व्यक्त करते हुए कहा की उम्मीद है कि २०१३ आते-आते  भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता मिल जायगा.
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने उम्मीद जताई कि भोजपुरी को आधिकारिक दर्जा देने के मुद्दे पर चिदम्बरम जल्द ही सदन में 'खुशखबरी' लेकर आएंगे।

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