रवि किशन - बुरा रहा २०११
साल २०११ भोजपुरी फिल्म अभिनेता रविकिशन के लिए बुरा साबित हुआ। २६ जनवरी को रिलीज हुई उनकी फिल्म रामपुर के लक्ष्मण ने छुट्टी के चलते जहां बेहतरीन ओपनिंग ली थी, वही दुसरे ही दिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धडाम से गिर पड़ी। ८-९ महीनों के इंतज़ार के बाद उनकी अगली फिल्म आई सितम्बर ९ को "संतान" जिसे काफी सराहना मिली परन्तु उतने दर्शक इस फिल्म को नहीं मिले। इसके अगले ही हफ्ते आई इनकी फिल्म "एक और फौलाद" और यह फिल्म भी दर्शकों को लुभाने में नाकामयाब रही। निर्माताओं और वितरकों के विवाद में फ़सी हुई "पियवा बड़ा सतावेला" को जैसे तैसे छठ पर रिलीज कर दिया गया जिसका असर फिल्म के कलेक्शन पर दिखा और फिल्म औंधे मुंह गिर पड़ी। शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास पर बनी रवि किशन की अगली भोजपुरी फिल्म "हमार देवदास" बॉक्स आफिस पर कोई जलवा नहीं दिखा सकी। लगातार असफलता के साथ साथ रवि किशन को एक और झटका सहना पडा जब १० सितम्बर को उनकी नौकरानी ने उनके फ्लैट से कूद कर खुदखुशी कर ली। खैर, हम आशा करते हैं कि अगला साल उनके लिए कामयाबी भरा हो और वह इस साल की असफलताओं को भूलकर वापस अपने फ़ार्म हासिल कर पाएं।
Source - News Agency
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